महाकाय लाल धब्बा

पृथ्वी की तुलना में ग्रेट रेड स्पॉट का आकार 
महाकाय लाल धब्बा बृहस्पति ग्रह की एक वायुमंडलीय रचना है। यह पृथ्वी से तीन गुना बड़ा एक चक्रवातीय तूफ़ान है। चौबीस हज़ार किमी लंबा और ग्यारह हज़ार किमी चौड़ा यह धब्बा बृहस्पति के दक्षिणी अक्षांश पर स्थित है | इस धब्बे को तीन सौ से ज्यादा वर्षो तक भू-आधारित पर्यवेक्षकों द्वारा अवलोकित किया गया। सर्वप्रथम रॉबर्ट हूक ने 1664 में इसकी रपट दी। जी.डी. कैसिनी ने कई वर्षों तक परखा। इसका रेखाचित्रण हेनरिक स्क्वेब द्वारा 1831 में, विलियम डावेस द्वारा 1851 में, और अल्फ्रेड मेयर व  रोस्से द्वारा 1870 के दशक में किया गया। सभी ने धब्बे को लाल दिखाया | 1890 के दशक में यह रचना थोड़ी विशिष्ट बन गई। ब्रिटिश एस्ट्रोनॉमिकल एसोसिएशन ने तब से अब तक का व्यापक डेटा अभिलेख कर रखा है