ऊर्ट बादल |
ऊर्ट बादल सूर्य को घेरा हुआ एक तथाकथित गोलाकार क्षेत्र है जो उन धूमकेतुओं की जन्मस्थली मानी गई है जिनकी कक्षीय अवधि कई सौ साल या उससे भी अधिक है | ऊर्ट बादल का आयाम कभी मापा नहीं गया है पर इसके एक खरब मील या उससे भी अधिक के क्षेत्र में फैलें होने का अनुमान है | वैज्ञानिकों को लगता है कि शायद अरबों की संख्या में धूमकेतु और उतने ही संख्या में धूमकेतु सरीखे अन्य निकाय ऊर्ट बादल में मौजूद हैं | कभी खोजा गया 158 सेडना ऊर्ट बादल का खगोलीय पिंड हो सकता है |
सन 1950 में डच खगोलविद जान उर्ट ने प्रस्ताव किया कि कुछ धूमकेतु सौरमंडल के छोर पर स्थित बर्फीले पिंडों के विशालकाय गोलाकार कक्षनुमा क्षेत्र से आते है। वस्तुओं के इस झुंड को अब ऊर्ट बादल नाम दिया गया है। ऊर्ट बादल अंतरिक्ष में 5,000 AU से लेकर 1,00,000 AU तक के क्षेत्र को घेरा हुआ है, और अरबों की संख्या में बर्फीले खण्डों को समाविष्ट करता है। कभी-कभार, समीप से गुजरने वाला तारा इन खण्डों की कक्षा को मोड़ देता है, और एक दीर्घ अवधि धूमकेतु के रूप में सौरमंडल के भीतर फेंक देता है। इन धूमकेतुओं की कक्षा इतनी बड़ी होती है कि सौरमंडल के भीतर केवल एक बार ही इनके दर्शन होते है।