बैकानूर अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र

बैकानूर अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र


बैकानूर अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र, रूस की राजधानी मास्को से 2100 किमी दूर कजाकिस्तान के रेगिस्तान में स्थित है। यह दुनिया का सबसे पुराना और सबसे महत्वपूर्ण प्रक्षेपण केंद्र है। सोवियत संघ के दौर में 1950 में इसे बनाने का मूल उद्देश्य अंतरिक्ष संबंधी गतिविधियों का संचालन करना था। 1955 में सोवियत संघ ने यहां सीक्रेट साइंटिफिक रिसर्च टेस्ट रेंज का निर्माण भी करवाया था। उसका उद्देश्य इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल का निर्माण और परिक्षण करना था। इस टेस्ट रेंज को वर्तमान में एसटीआर नंबर 5 के रूप में जाना जाता है। 

अंतरिक्ष के बारे में हम जो भी जानते है, उसमें इस स्टेशन का भी अहम योगदान रहा है। पृथ्वी से पहला सैटेलाइट इसी स्टेशन से (स्पुतनिक-1957) लांच किया गया था। अंतरिक्ष में पहुचने वाले पहले मानव (यूरी गगारिन-1961) ने यहीं से अपनी यात्रा की शुरुआत की थी। यह अलग बात है कि वर्तमान में यहां अंतरिक्ष कार्यक्रम की गतिविधियां बहुत कम हो गई है। इसके बावजूद आज भी यह किसी भी लांचिंग के लिए सक्रिय है। यह सबसे पुराना ही नहीं, बल्कि वृहद क्षेत्र में फैला एकमात्र अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र भी है। इस स्टेशन से 200 किमी दूर पूर्व में एरल सागर और उत्तर में सायर दारया नदी है। यह केंद्र 7,650 वर्ग किमी के दायरे में फैला हुआ है। यह क्षेत्र भले ही कजाकिस्तान का है, लेकिन 2050 तक यह जमीन रूस ने लिज़ पर ले रखी है। यहीं से रशियन अंतरिक्ष केंद्र अपने अंतरिक्ष कार्यक्रमों का संचालन करती है। 

अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र के लिए इस जगह का चयन वरिष्ठ सैन्य अधिकारीयों, हथियार विशेषज्ञों और राकेट इंजीनियरों ने किया था। इस जगह पर पृथ्वी के घूमने की गति अच्छी है। दूर-दूर तक एक समान मैदानी क्षेत्र और कजाख गांव त्युरातम यहां है, जहां सोवियत रेडियो कम्युनिकेशन प्रणाली स्थापित है। उसका उपयोग हजारों किमी दूर ग्राउंड स्टेशन पर निर्बाध सिग्नल पहुंचाने में किया जाता है। यहां रेलवे नेटवर्क भी है, जिसके माध्यम से अंतरिक्ष यान या सैटेलाइट को प्रक्षेपण केंद्र तक पहुंचाया जाता है।